शेख चिल्ली वाले स्वप्न
प्रत्येक व्यक्ति का एक स्वप्न होता है जिसे वे सच में परिवर्तित करना चाहता है !सपनों की भी अपनी एक दुनिया होती है !सभी उठापटक से दूर ,बिना प्रयास के फल की इच्छा “आसमानों में उड़ान रहन-सहन आलीशान “सब कुछ अपनी पहुंच में वह कहावत है ना शेखचिल्ली जो छोटी छोटी सी बातों को बड़ा करके बताते हैं सपनों की दुनिया में जीने वालों का भी यही हाल होता है बिना स्रोतों के ऊंची उड़ान बिना प्रयास के सब देगा भगवान !

स्वप्न का लक्ष्य के साथ सम्बन्ध स्थापित कीजिये
ऊपरवाला अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करता है !व्यक्ति इच्छा करता है ,ऊपर वाला पूरी करता है ,व्यक्ति चलना आरंभ करता है -ऊपर वाला मंजिल तक पहुंचाता है,व्यक्ति कर्म करता है- ऊपर वाला फल देता है ,तात्पर्य यह हुआ कि हर चीज का “परस्पर संबंध “होता है जो पूर्व निर्धारित होता है !
भाग्य को जगाने के लिए कर्म प्रधान बनिए
इस प्रकार ऊपर वाला भाग्य रचयिता , सृष्टि कर्ता ,फलदाता सब कुछ होते हुए भी उसने “कर्म और फल “के बीच एक महत्वपूर्ण संबंध स्थापित किया है ! यही संबंध जीवन में आप को आगे ले जाता है !आपके भाग्य को फलीभूत करता है ,आपका जीवन सुख- समृद्धि से भर कर आपको भाग्यशाली बनाता है परन्तु यह सब संभव कैसे हो पाता है केवल कर्म से अर्थात प्रयास से ,प्रयास अर्थात विश्वास से !
अपने सपनों को निरंतर प्रयासों से सींचते रहिये !
प्रतिदिन एक नया लक्ष्य निर्धारित कीजिये
स्वप्न व्यक्ति को आशावादी बनाते हैं इसलिए व्यक्ति को कभी स्वप्न देखना नहीं छोड़ना चाहिए अपितु एक नए लक्ष्य के साथ प्रतिदिन एक नया स्वप्न देखना चाहिए वो भी खुली आँखों से ,क्योंकि खुली आंखों से देखे गए स्वप्न सदैव कर्म प्रधान होते हैं और जहां कर्म की प्रधानता होती है वहां फल स्वतः ही चल कर आता है !
सही दिशा में आगे बढिये
स्वप्न छलावा नहीं है यदि लगन सच्ची हो और पूरे विश्वास से आगे बढ़ा जाये तो यह सत्य अवश्य होते हैं यदि लक्ष्य निर्धारण उपलब्ध संसाधनों के आधार पर किया जाए तो लक्ष्य की प्राप्ति की संभावना और अधिक बढ़ जाती है यह लक्ष्य की प्राप्ति अर्थात स्वप्न की प्राप्ति को एक निश्चित दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है !
आशावादी रहिये -आगे आगे बढ़ते रहिए! अगले ब्लॉग में फिर मुलाकात होगी तब तक के लिए हंसते रहिए -हंसाते रहिये जीवन अनमोल है मुस्कुराते रहिये !
धन्यवाद
🙏🙏🙏