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life, motivation, personality development

” इंद्रधनुषी जीवन के रंग !”

रंग और जीवन

जीवन में रंगों का एक अलग ही मज़ा है कभी कुछ पाने का, कभी कुछ खोने का , कभी हंसने का ,कभी रोने का !ज़िंदगी एक जंग और इस जंग को लड़ते हुए हम ! अगर ये जंग न होती तो शायद हम भी हम न होते व्यक्ति का अस्तित्व उसके संघर्ष का ही परिणाम है व्यक्ति अपने संघर्ष से ही ज़ीरो से हीरो बन जाता है ये ज़ीरो से हीरो का सफर भी हमें रंगों का ही भान कराता है ! एकीकृत इंद्रधनुष कई रंगों का परिणाम होता है हमें केवल उसके रंग ही दिखाई देते हैं क्या आपने कभी इंद्रधनुष के बनने की प्रक्रिया पर विचार किया है रंगों का मिलना और उनका पृथक होना ,रंगों का अपने अस्तित्व के लिए ये संघर्ष नहीं तो और क्या है ?

जीवन के रंग

जीवन में इच्छा -अनिच्छा ,प्रेम -घृणा ,सुख -दुख शांति -अशांति, धनी -निर्धन ,क्रूरता -दया मनोभाव और विचार आदि मनुष्य के जीवनरूपी इंद्रधनुष के रंग है प्रत्येक रंग आपस में गुंथा हुआ है या यह भी कहा जा सकता है कि विभिन्न रंग एक दूसरे के साथ -साथ चलते हैं !

 इंद्रधनुषी जीवन के रंग
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परिस्थितियों से भागने से बेहतर है उन्हें सुलझाना

रंगों का यह साथ एक सार्वभौमिक सत्य है जिसे नकारा नहीं जा सकता !जो रंगों से रंग बनाने का हुनर सीख जाता है जीवन में वह जीत जाता है अतः जीवन रूपी रंगों से लड़ना सीखिए आगे बढ़ना सीखिए परिस्थितियों से भागने से बेहतर है उन्हें सुलझाना ,यदि आपने समझ है तो हर कोई आपके समक्ष है !क्षणिक एवं अस्थायी परिस्थितियों के आगे हार मान लेने का अर्थ है जीवन में स्थायित्व का नष्ट होना !आपकी समझ आपकी परिपक्वता का आईना है आईने में वही दिखाई देता है जो होता है !”क्योंकि आईना कभी झूठ नहीं बोलता !”

जीवन के हर रंग का आनंद लीजिये

जिस प्रकार आप रंगों से होली खेलकर प्रफुल्लित हो उठते हैं उसी प्रकार जीवन के रंगों से भी खेलना सीखिए !विश्वास कीजिए जीवन आनंदमय हो जाएगा हरा ,लाल ,नीला केवल यही आधारभूत रंग जीवन का आधार नहीं है जीवन नाम है रंगों के मिश्रण का इसलिए हर रंग को इंजॉय कीजिए !

रंगों से खेलिए उनका आनंद लीजिये !अगले ब्लॉग में फिर मुलाक़ात होगी तब तक हँसते रहिये हँसाते रहिये ,जीवन अनमोल है मुस्कुराते रहिये !

धन्यवाद

🙏🙏🙏

25 विचार “” इंद्रधनुषी जीवन के रंग !”&rdquo पर;

    1. जी ,यहां मेरा अर्थ जीवन के रंगों से है जीवन में मुख्यतः दो प्रकार के रंग पाए जाते हैं एक सुख और दूसरा दुख सुख और दुख दोनों एक दूसरे से परस्पर संबंधित हैं एक जाता है दूसरा आता है जीवन में कुछ भी स्थाई नहीं है अतः दोनों के संतुलन का नाम ही जीवन है !
      और यहां मेरे वाक्य “जो रंगों से रंग बनाने का हुनर सीख जाता है जीवन में वह जीत जाता है” का उपयोग भी सुख और दुःख के मध्य संतुलन बैठने से ही है !बढ़िया प्रश्न धन्यवाद !

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